एमसीडी चुनाव: भाजपा प्रदेश अध्यक्ष की बढ़ीं चुनौतियां
Source: bhaskar news | Last Updated 03:32(07/07/11)
नई दिल्ली.भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष नितिन गडकरी की कार्यशैली पर चलते हुए दिल्ली भाजपा ने भी एमसीडी के आगामी चुनावों में पार्टी के हालात का जायजा लेने की कोशिश शुरू कर दी है। पार्टी द्वारा पूरी दिल्ली में करवाए गए सघन शुरुआती सर्वे में भाजपा को कांग्रेस से अच्छी-खासी बढ़त मिलती दिख रही है।
पार्टी इस रुझान से उत्साहित है पर इन नतीजों से दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की चुनौतियां बढ़ गई हैं। इस सर्वे के मद्देनजर पार्टी ने काडरों में आक्रामकता बढ़ाने की रणनीति पर चलने का फैसला किया है।
एमसीडी चुनावों को अपने कार्यकाल की पहली बड़ी चुनौती मानते हुए गुप्ता ने तय किया है कि जीत की योग्यता और युवा खून की कसौटी पर ही उम्मीदवारों के नाम तय किए जाएंगे। इसके लिए गुप्ता ने स्वतंत्र एजेंसियों के मार्फत सर्वेक्षण का काम भी शुरू करवा दिया है। फिलहाल, एमसीडी की 90 सीटों के लिए सघन सर्वे करवाया गया है, जिसमें 58 सीटें भाजपा के पाले में दिखाई गई हैं। सर्वे में हर सीट से कम से कम 350 सैंपल शामिल किए गए।
इस सर्वे से उत्साहित होकर पार्टी ने तय किया है कि आने वाले दिनों में और भी स्वतंत्र सर्वेक्षण करवाए जाएं, ताकि जमीनी हालात का पक्का अंदाजा लगाया जा सके। चूंकि, टिकटों का चयन सर्वे से मिले फीडबैक और प्रदर्शन पर आधारित होगा, लिहाजा, यह समझा जा रहा है कि तीस से चालीस फीसदी प्रतिनिधियों के टिकट कट सकते हैं।
दैनिक भास्कर से खास बातचीत में विजेंद्र गुप्ता का कहना था कि उनकी प्राथमिकता भाजपा काडरों में आक्रामकता को बढ़ावा देना है और इसके लिए वह लगातार सड़कों पर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं में गर्मजोशी बरकरार रहे। तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित हालिया प्रोग्राम इसी प्रयास का हिस्सा था।
इससे पहले भी पार्टी ने तेल के दाम बढ़ाए जाने पर और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लगातार सड़कों पर प्रदर्शन किए हैं। उनका दावा था कि इन कार्यक्रमों के जरिए पार्टी में जो आत्मविश्वास का संचार हुआ है, उसके नतीजे आने वाले दिनों में साफ नजर आने लगेंगे। गुप्ता ने आरोप लगाया कि शीला दीक्षित सरकार जानबूझकर भाजपा शासित एमसीडी से सौतेला व्यवहार करती आई है और कई विधेयकों को विधानसभा में अटका रखा है।
उनके मुताबिक इस सौतेले व्यवहार और गंभीर आर्थिक संकट के बावजूद एमसीडी ने दिल्लीवालों को कई स्तर पर राहत देने का काम किया है। भाजपा की अंदरूनी उठा-पटक को नकारते हुए विजेंद्र गुप्ता का कहना था कि उन्हें नए-पुराने तमाम नेताओं का सहयोग हासिल है।
पार्टी इस रुझान से उत्साहित है पर इन नतीजों से दिल्ली भाजपा अध्यक्ष विजेंद्र गुप्ता की चुनौतियां बढ़ गई हैं। इस सर्वे के मद्देनजर पार्टी ने काडरों में आक्रामकता बढ़ाने की रणनीति पर चलने का फैसला किया है।
एमसीडी चुनावों को अपने कार्यकाल की पहली बड़ी चुनौती मानते हुए गुप्ता ने तय किया है कि जीत की योग्यता और युवा खून की कसौटी पर ही उम्मीदवारों के नाम तय किए जाएंगे। इसके लिए गुप्ता ने स्वतंत्र एजेंसियों के मार्फत सर्वेक्षण का काम भी शुरू करवा दिया है। फिलहाल, एमसीडी की 90 सीटों के लिए सघन सर्वे करवाया गया है, जिसमें 58 सीटें भाजपा के पाले में दिखाई गई हैं। सर्वे में हर सीट से कम से कम 350 सैंपल शामिल किए गए।
इस सर्वे से उत्साहित होकर पार्टी ने तय किया है कि आने वाले दिनों में और भी स्वतंत्र सर्वेक्षण करवाए जाएं, ताकि जमीनी हालात का पक्का अंदाजा लगाया जा सके। चूंकि, टिकटों का चयन सर्वे से मिले फीडबैक और प्रदर्शन पर आधारित होगा, लिहाजा, यह समझा जा रहा है कि तीस से चालीस फीसदी प्रतिनिधियों के टिकट कट सकते हैं।
दैनिक भास्कर से खास बातचीत में विजेंद्र गुप्ता का कहना था कि उनकी प्राथमिकता भाजपा काडरों में आक्रामकता को बढ़ावा देना है और इसके लिए वह लगातार सड़कों पर कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जिससे पार्टी कार्यकर्ताओं में गर्मजोशी बरकरार रहे। तालकटोरा स्टेडियम में आयोजित हालिया प्रोग्राम इसी प्रयास का हिस्सा था।
इससे पहले भी पार्टी ने तेल के दाम बढ़ाए जाने पर और भ्रष्टाचार के मुद्दे पर लगातार सड़कों पर प्रदर्शन किए हैं। उनका दावा था कि इन कार्यक्रमों के जरिए पार्टी में जो आत्मविश्वास का संचार हुआ है, उसके नतीजे आने वाले दिनों में साफ नजर आने लगेंगे। गुप्ता ने आरोप लगाया कि शीला दीक्षित सरकार जानबूझकर भाजपा शासित एमसीडी से सौतेला व्यवहार करती आई है और कई विधेयकों को विधानसभा में अटका रखा है।
उनके मुताबिक इस सौतेले व्यवहार और गंभीर आर्थिक संकट के बावजूद एमसीडी ने दिल्लीवालों को कई स्तर पर राहत देने का काम किया है। भाजपा की अंदरूनी उठा-पटक को नकारते हुए विजेंद्र गुप्ता का कहना था कि उन्हें नए-पुराने तमाम नेताओं का सहयोग हासिल है।
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